स्वर्गिक रहस्यों के रत्न (जवाहिरूल-असरार)
बगदाद में अपने निर्वासन के दिनों में बहाउल्लाह द्वारा अरबी भाषा में प्रकट की गई एक विशेष पाती जो कि सैयद युसुफ-ए-सिदीही-इस्फहानी के प्रश्नों के उत्तर के रूप में थी।
बगदाद में अपने निर्वासन के दिनों में बहाउल्लाह द्वारा अरबी भाषा में प्रकट की गई एक विशेष पाती जो कि सैयद युसुफ-ए-सिदीही-इस्फहानी के प्रश्नों के उत्तर के रूप में थी।